एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री - अपने गैजेट्स से जुड़ें
आजकल, हमारे आसपास के गैजेट्स और स्मार्ट चीजें, आपको पता है, वे एक-दूसरे से बात करती रहती हैं, और हमें भी उनसे जुड़ने की ज़रूरत पड़ती है। चाहे वह आपके घर का कोई छोटा उपकरण हो या फिर कोई बड़ा सिस्टम, उन्हें दूर से संभालना, एक तरह से, बहुत काम आता है। यह आपको कहीं से भी अपने उपकरणों पर एक नज़र रखने का मौका देता है, जो वाकई एक बड़ी सुविधा है। हम सभी चाहते हैं कि हमारे डिवाइस सुरक्षित रहें, खासकर जब हम उन्हें इंटरनेट से जोड़ते हैं, तो यह बहुत जरूरी हो जाता है कि कोई भी अनचाहा व्यक्ति हमारे डेटा तक न पहुँच पाए।
तो, अक्सर, हमें अपने कंप्यूटर या किसी भी स्मार्ट गैजेट से दूर रहकर ही काम करना होता है, आप जानते हैं। ऐसे में, एक तरीका चाहिए जो हमें ऐसा करने दे, लेकिन साथ ही सब कुछ बहुत सुरक्षित भी रखे। यह ठीक वैसे ही है जैसे आप अपने घर का दरवाजा कहीं दूर से ही बंद कर दें या खोल दें, लेकिन यह भी पक्का हो कि कोई गलत आदमी अंदर न आ जाए। इस तरह की पहुंच हमें बहुत आजादी देती है, खासकर उन स्थितियों में जब हम सीधे डिवाइस के पास नहीं होते।
इस लेख में, हम एक ऐसे ही तरीके के बारे में बात करेंगे जो आपको अपने स्मार्ट उपकरणों तक सुरक्षित रूप से पहुंचने में मदद करता है, और हाँ, यह अक्सर मुफ्त में उपलब्ध होता है। यह आपको अपने आईओटी डिवाइस को दूर से देखने और नियंत्रित करने की सहूलियत देता है, जो, आप देखेंगे, काफी उपयोगी है। हम देखेंगे कि यह सब कैसे काम करता है और आप इसका उपयोग कैसे कर सकते हैं, ताकि आपके गैजेट्स हमेशा आपकी पहुँच में रहें, बिल्कुल, बिना किसी चिंता के।
- William And Rose Hanbury Baby
- Alaina Ellis
- How Did Ana Navarro And Al C%C3%A1rdenas Meet
- Steve Damstra
- Audrey Lokelani Fualaau
विषय-सूची
- SSH क्या है, और यह कैसे काम करता है?
- अपने IoT डिवाइस को सुरक्षित रूप से जोड़ना क्यों जरूरी है?
- क्या आप अपनी फाइलों को दूर से भेज सकते हैं?
- उबंटू पर एसएसएच को कैसे सेट करें?
- अन्य रिमोट एक्सेस के तरीके
- अपने डिवाइस की निगरानी कैसे करें?
- "मेक इन इंडिया" पहल और IoT
SSH क्या है, और यह कैसे काम करता है?
एसएसएच, जिसे अक्सर लोग 'सिक्योर शेल' भी कहते हैं, एक तरह का तरीका है जिससे आप किसी भी डिवाइस से, चाहे वह कहीं भी हो, दूर से जुड़ सकते हैं और उसे चला सकते हैं। यह, आप जानते हैं, एक नेटवर्क प्रोटोकॉल है, जो डेटा को बहुत सुरक्षित तरीके से एक जगह से दूसरी जगह भेजने का काम करता है। इसका मुख्य काम यही है कि जब आप किसी दूसरे कंप्यूटर से जुड़ते हैं, तो वह कनेक्शन पूरी तरह से सुरक्षित रहे, ताकि कोई भी बीच में आपकी बातों को सुन न सके या उन्हें बदल न पाए। यह, सो, काफी महत्वपूर्ण है, खासकर जब आप संवेदनशील जानकारी भेज रहे हों।
इसका सिद्धांत यह है कि यह एक एन्क्रिप्टेड 'सुरक्षित सुरंग' बनाता है, जिसके जरिए आपका सारा डेटा आर-पार होता है। यह, आप कह सकते हैं, एक गुप्त मार्ग जैसा है। आमतौर पर, यह टीसीपी पोर्ट 22 का उपयोग करता है, जो एक तरह का डिफ़ॉल्ट दरवाजा है जिसके माध्यम से ये कनेक्शन बनते हैं। यह पोर्ट, दरअसल, एक पहचान चिह्न है जो कंप्यूटरों को बताता है कि किस तरह का डेटा कहाँ जाना है। यह आपको अपने दूर के कंप्यूटर को एक तरह से 'आदेश' देने की अनुमति देता है, और वे आदेश, आप जानते हैं, पूरी तरह से सुरक्षित रहते हैं।
रिमोट कनेक्शन के लिए एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री
अपने आईओटी डिवाइस को दूर से जोड़ने के लिए, आपको हर उस डिवाइस के लिए, जिसे आप एक्सेस देना चाहते हैं, एक नया ब्राउज़र एक्सेस एप्लीकेशन बनाना होगा। यह, एक तरह से, उस डिवाइस के लिए एक विशेष अनुमति पास बनाने जैसा है। फिर, आपको उस एप्लीकेशन की सेटिंग्स को, आप जानते हैं, बिल्कुल ठीक से तय करना होगा। यह सब कुछ मिनटों में हो सकता है, लगभग पाँच मिनट या उससे भी कम समय में, आप अपने एचपी आईओए इंटरफेस पर एसएसएच सेवा को कॉन्फ़िगर करना सीख सकते हैं, ताकि दूर से पहुंच तुरंत चालू हो जाए। यह, सो, बहुत तेज़ और सीधा है।
यह तरीका, दरअसल, आपको अपने घर के बाहर से भी अपने आईओटी गैजेट्स पर पूरा नियंत्रण रखने की सुविधा देता है। यह बिल्कुल ऐसा है जैसे आप अपने फोन से अपने घर की लाइटें चालू या बंद कर रहे हों, या अपने सुरक्षा कैमरे को देख रहे हों, आप जानते हैं। एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री होने से, आप बिना किसी अतिरिक्त खर्च के यह सुरक्षा और सुविधा पा सकते हैं, जो काफी बढ़िया बात है। यह आपको अपने स्मार्ट होम या ऑफिस के उपकरणों को कहीं से भी, किसी भी समय प्रबंधित करने की क्षमता देता है।
अपने IoT डिवाइस को सुरक्षित रूप से जोड़ना क्यों जरूरी है?
आजकल, हमारे चारों ओर बहुत सारे स्मार्ट गैजेट हैं, जो एक तरह से, हमारे जीवन का हिस्सा बन गए हैं। ये डिवाइस, आप जानते हैं, हमारे घरों, कारों, और यहाँ तक कि हमारे शरीर पर भी होते हैं। जब ये डिवाइस इंटरनेट से जुड़ते हैं, तो वे बहुत सारी जानकारी भेजते और प्राप्त करते हैं। यह जानकारी, अक्सर, बहुत निजी होती है, जैसे कि आपके घर की सुरक्षा से जुड़ी बातें, या आपके स्वास्थ्य के आंकड़े। तो, यह बहुत, बहुत जरूरी हो जाता है कि यह जानकारी सुरक्षित रहे, और कोई गलत व्यक्ति इसे देख या बदल न पाए।
अगर कोई आपके आईओटी डिवाइस तक पहुंच बना लेता है, तो वह आपके घर की सुरक्षा को कमजोर कर सकता है, या आपकी निजी जानकारी चुरा सकता है। यह, एक तरह से, आपके घर में किसी अजनबी को आने देने जैसा है। इसलिए, एसएसएच जैसी सुरक्षित विधियों का उपयोग करना, जो आपके कनेक्शन को एन्क्रिप्ट करती हैं, बहुत मायने रखता है। यह सुनिश्चित करता है कि आपके और आपके डिवाइस के बीच का संचार एक गुप्त कोड में हो, जिसे केवल आप ही समझ सकें। यह, सो, आपकी गोपनीयता और सुरक्षा को बनाए रखने में मदद करता है।
एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री का उपयोग
एसएसएच का उपयोग करने से, आपके डिवाइस और आपके कंप्यूटर के बीच एक बहुत सुरक्षित रास्ता बन जाता है। यह रास्ता, दरअसल, किसी भी तरह की छेड़छाड़ से बचाता है। टेलनेट जैसे पुराने प्रोटोकॉल के विपरीत, जो डेटा को सादे टेक्स्ट में भेजते थे (जैसे कि आप एक पोस्टकार्ड पर सब कुछ लिख दें), एसएसएच सब कुछ एन्क्रिप्ट करता है। इसका मतलब है कि अगर कोई बीच में डेटा को पकड़ भी लेता है, तो उसे कुछ भी समझ नहीं आएगा, क्योंकि वह एक तरह से, scrambled हो चुका होगा। यह, आप जानते हैं, आपके डेटा के लिए एक मजबूत ताला और चाबी जैसा है।
यह सुरक्षा, खासकर जब आप अपने आईओटी डिवाइस को दूर से नियंत्रित कर रहे हों, तो बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। कल्पना कीजिए कि आप अपने घर के हीटिंग सिस्टम को अपने फोन से चालू कर रहे हैं, या अपने स्मार्ट लॉक को बंद कर रहे हैं। अगर यह कनेक्शन सुरक्षित नहीं है, तो कोई और भी इन चीजों को नियंत्रित कर सकता है, जो, जाहिर है, एक बड़ी समस्या है। एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री होने से, आप इस तरह की चिंताओं से मुक्त हो सकते हैं, और अपने उपकरणों को विश्वास के साथ चला सकते हैं। यह, आप देखेंगे, मन की शांति देता है।
क्या आप अपनी फाइलों को दूर से भेज सकते हैं?
हाँ, बिल्कुल आप अपनी फाइलों को दूर से भेज सकते हैं, और वह भी बहुत सुरक्षित तरीके से। सिक्योर कॉपी, जिसे हम आमतौर पर एससीपी कहते हैं, एक ऐसा तरीका है जो एसएसएच प्रोटोकॉल का ही उपयोग करता है। यह, एक तरह से, एसएसएच का ही एक हिस्सा है, जो आपको नेटवर्क से जुड़े कंप्यूटरों और अन्य अंतिम उपकरणों के बीच फाइलें भेजने और प्राप्त करने की अनुमति देता है। यह बिल्कुल वैसे ही है जैसे आप एक सुरक्षित लिफाफे में अपनी फाइलें डाल कर भेज रहे हों, और कोई भी उसे रास्ते में खोल न सके। यह, सो, बहुत सुविधाजनक और भरोसेमंद है।
एससीपी का उपयोग करना, आप जानते हैं, उन स्थितियों में बहुत काम आता है जब आपको अपने आईओटी डिवाइस से कोई लॉग फाइल लेनी हो, या उस पर कोई नया सॉफ्टवेयर अपडेट डालना हो। यह सुनिश्चित करता है कि आपकी फाइलें सही जगह पर पहुंचें, और रास्ते में कोई भी उन्हें बदल न पाए। यह, दरअसल, डेटा अखंडता को बनाए रखने में मदद करता है, जिसका मतलब है कि फाइलें वैसी ही रहती हैं जैसी आपने भेजी थीं। यह, आप देखेंगे, एक बहुत ही सीधा और प्रभावी तरीका है।
फ़ाइल ट्रांसफर के लिए एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री
जब आप एसएसएच का उपयोग करके फाइलें भेजते हैं, तो यह सुनिश्चित होता है कि आपका डेटा एन्क्रिप्टेड रहे। यह, एक तरह से, आपके डेटा को एक गुप्त भाषा में बदल देता है, जिसे केवल भेजने वाला और प्राप्त करने वाला ही समझ सकता है। यह प्रक्रिया, दरअसल, आपकी फाइलों को किसी भी अनधिकृत पहुंच से बचाती है। यह खास तौर पर तब उपयोगी होता है जब आप अपने आईओटी डिवाइस से महत्वपूर्ण डेटा जैसे सेंसर रीडिंग या सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन फाइलें प्राप्त कर रहे हों, या उन पर कोई अपडेट भेज रहे हों। यह, सो, सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत जोड़ता है।
कई बार, आपको अपने आईओटी डिवाइस पर कुछ कॉन्फ़िगरेशन फाइलें बदलनी पड़ती हैं, या किसी नए फीचर के लिए कोड अपलोड करना पड़ता है। एससीपी के साथ एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री होने से, आप यह सब बहुत आसानी से और सुरक्षित रूप से कर सकते हैं। यह आपको बिना डिवाइस के पास जाए, दूर से ही सब कुछ प्रबंधित करने की आजादी देता है। यह, आप कह सकते हैं, आपके डिजिटल उपकरणों के लिए एक तरह का रिमोट कंट्रोल है, जो काफी अच्छा है।
उबंटू पर एसएसएच को कैसे सेट करें?
उबंटू एक बहुत ही लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम है, खासकर सर्वर और डेवलपर समुदाय में। अगर आप अपने उबंटू सिस्टम पर एसएसएच स्थापित करना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ सीधे कदम उठाने होंगे। विशेष रूप से, उबंटू 22.04 जैसे नए संस्करणों पर एसएसएच स्थापित करना, आप जानते हैं, काफी सरल है। आपको कुछ कमांड्स को टर्मिनल में डालना होगा, जो एक तरह से, कंप्यूटर को निर्देश देने का तरीका है। यह, सो, बहुत मुश्किल नहीं है, और कोई भी इसे थोड़ी सी जानकारी के साथ कर सकता है।
पहला कदम, आमतौर पर, एसएसएच सर्वर पैकेज को स्थापित करना होता है। यह पैकेज, दरअसल, आपके उबंटू सिस्टम को एसएसएच कनेक्शन स्वीकार करने की अनुमति देता है। फिर, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपकी फ़ायरवॉल एसएसएच पोर्ट (जो आमतौर पर 22 है) को खुला रखे, ताकि बाहर से कनेक्शन आ सकें। यह, आप कह सकते हैं, अपने घर का दरवाजा खुला रखने जैसा है, लेकिन केवल उन लोगों के लिए जिनके पास सही चाबी हो। यह, आप देखेंगे, सुरक्षा और पहुंच के बीच एक संतुलन बनाता है।
आपके डिवाइस पर एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री कॉन्फ़िगर करना
एक बार जब एसएसएच सर्वर स्थापित हो जाता है, तो आपको अपने डिवाइस पर एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री को कॉन्फ़िगर करना होगा। इसमें उपयोगकर्ता खाते बनाना और उन्हें एसएसएच के माध्यम से एक्सेस करने की अनुमति देना शामिल हो सकता है। आप सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए पासवर्ड के बजाय एसएसएच कीज़ का उपयोग भी कर सकते हैं। यह, एक तरह से, आपके घर की चाबी को एक बहुत ही जटिल कोड में बदलने जैसा है, जिसे कोई भी अनुमान नहीं लगा सकता। यह, सो, सुरक्षा का एक बेहतर तरीका है।
यह प्रक्रिया, दरअसल, आपको अपने आईओटी डिवाइस को एक सुरक्षित और नियंत्रित तरीके से दूर से प्रबंधित करने की क्षमता देती है। आप अपने फोन से सर्वर के सीपीयू, मेमोरी और डिस्क की वास्तविक समय में निगरानी भी कर सकते हैं, जैसे कि एसएसएच-सीपीयू मॉनिटर 3.5 एपीके जैसे एप्लिकेशन का उपयोग करके। यह आपको अपने डिवाइस की स्थिति पर लगातार नजर रखने की सुविधा देता है, जो, आप जानते हैं, किसी भी समस्या को जल्दी पकड़ने में मदद करता है। यह, आप कह सकते हैं, आपके डिवाइस के स्वास्थ्य की जांच करने जैसा है।
अन्य रिमोट एक्सेस के तरीके
एसएसएच के अलावा भी, दूर से किसी कंप्यूटर या डिवाइस तक पहुंचने के कई अन्य तरीके हैं। आजकल, बहुत सारे उपकरण और सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं जो आपको ऐसा करने देते हैं। उदाहरण के लिए, एनीडेस्क एक बहुत ही लोकप्रिय रिमोट एक्सेस टूल है। यह आपको कहीं से भी किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम या डिवाइस पर रिमोट एक्सेस देता है। यह, आप जानते हैं, बहुत तेज़ और सुरक्षित होने का दावा करता है। यह, सो, एक तरह से, आपके कंप्यूटर की स्क्रीन को आपके सामने ले आने जैसा है, चाहे आप कहीं भी हों।
एनीडेस्क जैसे उपकरण, दरअसल, उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी होते हैं जिन्हें ग्राफिकल इंटरफेस की आवश्यकता होती है, यानी, जिन्हें माउस और स्क्रीन पर दिखने वाली चीजों से काम करना होता है। एसएसएच मुख्य रूप से कमांड-लाइन इंटरफेस के लिए है, जहाँ आप टेक्स्ट कमांड टाइप करते हैं। लेकिन एनीडेस्क, आपको पता है, एक पूरा डेस्कटॉप अनुभव देता है। यह, आप देखेंगे, उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है जो तकनीकी कमांड्स से बहुत परिचित नहीं हैं, या जिन्हें ग्राफिक्स वाले काम करने हैं।
एनीडेस्क और एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री
जबकि एनीडेस्क और एसएसएच दोनों ही रिमोट एक्सेस के लिए उपयोग होते हैं, उनके काम करने का तरीका थोड़ा अलग है। एसएसएच, जैसा कि हमने देखा, मुख्य रूप से सुरक्षित कमांड-लाइन एक्सेस और फ़ाइल ट्रांसफर के लिए है। यह, एक तरह से, बैकएंड के लिए ज्यादा उपयुक्त है। एनीडेस्क, दूसरी ओर, एक पूर्ण ग्राफिकल रिमोट डेस्कटॉप अनुभव प्रदान करता है, जो आपको किसी भी कंप्यूटर को दूर से ही चलाने की सुविधा देता है, बिल्कुल वैसे ही जैसे आप उसके सामने बैठे हों। यह, सो, उपयोगकर्ताओं के लिए बहुत सीधा और आसान है।
आईओटी डिवाइस के संदर्भ में, एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री अक्सर अधिक उपयुक्त होता है, क्योंकि कई आईओटी डिवाइसों में पूर्ण ग्राफिकल इंटरफेस नहीं होता है। वे अक्सर हल्के-फुल्के सिस्टम होते हैं जिन्हें कमांड के माध्यम से प्रबंधित किया जाता है। हालांकि, अगर आपका आईओटी डिवाइस एक पूर्ण ऑपरेटिंग सिस्टम चलाता है और आपको ग्राफिकल एक्सेस की आवश्यकता है, तो एनीडेस्क जैसे उपकरण काम आ सकते हैं। यह, आप देखेंगे, आपकी विशिष्ट जरूरतों पर निर्भर करता है कि कौन सा उपकरण सबसे अच्छा है।
अपने डिवाइस की निगरानी कैसे करें?
अपने आईओटी डिवाइसों की निगरानी करना बहुत जरूरी है, खासकर जब वे दूर हों। आपको यह जानना होगा कि वे ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं, और कहीं कोई समस्या तो नहीं आ रही है। एसएसएच का उपयोग करके, आप अपने डिवाइस के अंदर क्या चल रहा है, इसकी जांच कर सकते हैं। आप, उदाहरण के लिए, यह देख सकते हैं कि सीपीयू कितना व्यस्त है, कितनी मेमोरी का उपयोग हो रहा है, या डिस्क पर कितनी जगह बची है। यह, एक तरह से, आपके डिवाइस के स्वास्थ्य की जांच करने जैसा है। यह, सो, बहुत काम आता है जब आप किसी समस्या का पता लगाना चाहते हैं।
कई उपकरण और स्क्रिप्ट हैं जो एसएसएच के माध्यम से आपके डिवाइस से जानकारी खींच सकते हैं। आप अपने खुद के छोटे प्रोग्राम भी लिख सकते हैं जो एसएसएच का उपयोग करके आपके डिवाइस से डेटा एकत्र करें और आपको रिपोर्ट भेजें। यह आपको अपने डिवाइस के प्रदर्शन पर लगातार नजर रखने की सुविधा देता है। यह, आप कह सकते हैं, आपके डिवाइस के लिए एक तरह का 'चेकअप' है, जो काफी महत्वपूर्ण है।
एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री से मॉनिटरिंग
एसएसएच एक्सेस आईओटी डिवाइस फ्री होने से, आप अपने उपकरणों को कहीं से भी, किसी भी समय मॉनिटर कर सकते हैं। यह आपको तुरंत पता लगाने में मदद करता है कि क्या कोई डिवाइस काम करना बंद कर रहा है, या अगर उसकी परफॉर्मेंस कम हो रही है। उदाहरण के लिए, अगर आपके स्मार्ट थर्मोस्टेट का सीपीयू बहुत व्यस्त हो रहा है, तो आप एसएसएच के माध्यम से लॉग फाइलें जांच सकते हैं और समस्या का पता लगा सकते हैं। यह, आप जानते हैं, बहुत ही प्रतिक्रियाशील होने का एक तरीका है।
यह क्षमता, दरअसल, आपको अपने आईओटी सिस्टम को सुचारू रूप से चलाने में मदद करती है। आप अलर्ट सेट कर सकते हैं जो आपको सूचित करेंगे यदि कोई पैरामीटर एक निश्चित सीमा से बाहर चला जाता है। यह सब एसएसएच की सुरक्षा और पहुंच के कारण संभव है। यह, सो, आपके स्मार्ट वातावरण को नियंत्रित और स्थिर रखने का एक बहुत ही प्रभावी तरीका है। यह आपको, आप देखेंगे, अपने गैजेट्स पर पूरा भरोसा रखने में मदद करता है।
"मेक इन इंडिया" पहल और IoT
भारत में, "मेक इन इंडिया" अभियान के तहत नई तकनीकों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसमें आईओटी समाधान भी शामिल हैं जो देश के भीतर ही बनाए जा रहे हैं। यह, आप जानते हैं, एक तरह से, आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम है। ऐसी तकनीकें वैश्विक मानकों को पूरा करती हैं और देश की जरूरतों के हिसाब से बनाई जाती हैं। यह, सो, एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल है जो स्थानीय नवाचार को बढ़ावा देती है।
जब ये "मेक इन इंडिया" आईओटी समाधान विकसित किए जाते हैं, तो उनमें एसएसएच जैसी सुरक्षित पहुंच विधियों को शामिल करना बहुत जरूरी होता है। यह सुनिश्चित करता है कि ये डिवाइस न केवल प्रभावी हों, बल्कि उपयोग करने के लिए सुरक्षित भी हों। यह, आप कह सकते हैं, सुरक्षा को डिजाइन प्रक्रिया का एक हिस्सा बनाने जैसा है, जो काफी अच्छा है। यह, आप देखेंगे, उपयोगकर्ताओं को इन स्वदेशी समाधानों पर भरोसा करने में मदद करता है।
यह लेख आपको एसएसएच के बारे में एक अच्छी समझ देने के लिए था, कि यह कैसे काम करता है, और कैसे आप इसे अपने आईओटी डिवाइसों तक सुरक्षित पहुंच के लिए मुफ्त में उपयोग कर सकते हैं। हमने देखा कि यह कैसे रिमोट कनेक्शन, फ़ाइल ट्रांसफर और डिवाइस मॉनिटरिंग में मदद करता है, साथ ही उबंटू जैसे सिस्टम पर इसे कैसे सेट किया जा सकता है। हमने एनीडेस्क जैसे अन्य रिमोट एक्सेस तरीकों पर भी एक संक्षिप्त नज़र डाली और "मेक इन इंडिया" पहल में आईओटी की भूमिका को भी छुआ।
- Gloria Darlene Fox
- Harold Ford Jr Salary On The Five
- Is Dana Perinos Husband Okay
- Melissa Mcbride Birth Date
- %D0%B4%D0%B6%D0%B5%D0%BA%D0%BB%D1%96%D0%BD %D0%B1%D0%B5%D0%B7%D0%BE%D1%81

️ फ्री फ्री फ्री ️ 😍 फॉलो 👉 @learnenglishz हमारा स्पेशल इंग्लिश स्पोकन

फ्री फ्री फ्री !!! सीखिए बहुत ही काम आने वाले इंगलिश words/sentences ️
जियो मीडिया केबल: इस डिवाइस से टीवी पर मिलेगा सबकुछ फ्री, सिम तक की